Rewa News : रीवा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय से मंगलवार को एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। तस्वीर में जिला लेखापाल संतोष तिवारी अपने कार्यकाल के दौरान कार्यालय के भीतर आराम फरमाते दिखाई दिए। यह फोटो कार्यालय के ही कुछ कर्मचारियों ने खींचकर मीडिया को सौंप दी, जिसके बाद मामला सार्वजनिक हुआ और चर्चा का विषय बन गया।
कार्यालय में तनाव का माहौल
मिली जानकारी के अनुसार, संतोष तिवारी ने CMHO कार्यालय के एक चेंबर को आराम करने के लिए इस्तेमाल किया। जब अन्य कर्मचारियों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह जगह कार्यालय है, न कि सोने का कमरा, तो तिवारी ने बिना झिझक जवाब दिया कि उन्हें किसी से डर नहीं है। इस बयान के बाद वहां मौजूद कर्मचारियों के बीच असहज माहौल बन गया और पूरे कार्यालय में तनाव का वातावरण फैल गया।
लेखापाल का पक्ष और सफाई
विवाद बढ़ने पर संतोष तिवारी ने अपनी सफाई में कहा कि उनकी तबीयत खराब थी, जिसके चलते वह कुछ देर के लिए आराम कर रहे थे। हालांकि इस दलील पर विपक्ष ने सवाल उठाते हुए तर्क दिया कि यदि स्वास्थ्य वाकई खराब होता, तो उन्हें घर पर या अस्पताल में होना चाहिए था, न कि सरकारी दफ्तर के एसी चेंबर में आराम करना चाहिए था।
कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर सरकार और प्रशासन को घेरते हुए सख्त बयान दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा,
जब अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी समय में ऑफिस के भीतर आराम फरमाएंगे, तो जनता कैसे राहत पाएगी? यही वजह है कि आम लोग सरकारी दफ्तरों में घंटों इंतजार करने को मजबूर होते हैं। अधिकारी बाहर जनता की सुनवाई करने के बजाय एसी कमरे में सोते रहते हैं। यह जनता की फिक्र न करने वाले ‘सरकारी दामाद’ की तरह बर्ताव है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
विवाद के तूल पकड़ने के बाद भी अब तक न तो लेखापाल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है और न ही CMHO सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर कुछ स्पष्ट कहा है। प्रशासन की चुप्पी ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है, जिससे लोगों के बीच सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ड्यूटी टाइम में लापरवाही पर कब और कैसी कार्रवाई होगी।
मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।