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सागर के रहली में खाद की किल्लत से नाराज़ किसानों का हाईवे पर हंगामा, दो घंटे तक जाम

सागर : सोमवार को रहली में ...

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सागर : सोमवार को रहली में यूरिया खाद की कमी से परेशान किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। अपनी मांगों को लेकर उन्होंने सागर-जबलपुर स्टेट हाईवे पर स्थित अस्पताल चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान भारी संख्या में किसान सड़क पर उतर आए और सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप रही।

जानकारी के अनुसार, किसानों को खाद वितरण केंद्र से पहले टोकन दिए गए थे। 17 जुलाई को टोकन मिलने के बाद 18 जुलाई को खाद देने का वादा किया गया था। किसानों ने बताया कि कई लोग सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक केंद्र पर इंतजार करते रहे, लेकिन खाद नहीं मिला। सोमवार को जब वे दोबारा केंद्र पहुंचे तो वहां खाद का कोई स्टॉक ही मौजूद नहीं था। इससे नाराज होकर किसानों ने सड़क जाम कर दी।

जैसे ही प्रशासन को चक्काजाम की खबर मिली, तहसीलदार राजेश पांडे और थाना प्रभारी अनिल तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को शांत कराने की कोशिश की। लगभग दो घंटे की समझाइश के बाद किसान माने और रास्ता खोला गया।

छोटे किसानों को नहीं मिल रहा खाद, बड़े उठा रहे भरपूर फायदा

किसानों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिनके पास एक-दो एकड़ जमीन है, उन्हें एक बोरी खाद भी नहीं मिल पा रही, जबकि बड़े किसानों को 100 से 200 बोरी तक बांटी जा रही हैं। जूना गांव निवासी हरदयाल कुर्मी ने बताया कि उन्होंने 17 जुलाई को टोकन लिया था, लेकिन पांच दिन से रोज लाइन में लगने के बावजूद खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। खैजरा निवासी कामता पटेल ने कहा कि उनके पास सिर्फ एक एकड़ जमीन है और अभी तक एक भी बोरी खाद नहीं मिली। वहीं किसान भगवान पटेल ने बताया कि उन्हें 15 बोरी खाद चाहिए, लेकिन 15 दिन से गोदामों के चक्कर काट रहे हैं।  हर जगह सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है।

प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मंगलवार से फिर से टोकन बांटे जाएंगे और जैसे ही खाद उपलब्ध होगी, किसानों को वितरण शुरू किया जाएगा।

किसानों की चेतावनी: जल्द नहीं सुधरी व्यवस्था तो होगा बड़ा आंदोलन

आक्रोशित किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही खाद की व्यवस्था नहीं सुधरी और टोकन के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिला, तो वे फिर से चक्काजाम करेंगे और इस बार आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। उन्होंने मांग की है कि छोटे और जरूरतमंद किसानों को प्राथमिकता दी जाए ताकि वे समय पर फसल की बुवाई कर सकें

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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