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Sagar BMC : कुर्सी उठाने को लेकर बीएमसी अस्पताल में दो परिजनों में विवाद, मारपीट तक पहुंचा मामला

sagar BMC : सागर शहर के ...

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sagar BMC : सागर शहर के बंडा मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में गुरुवार शाम वार्ड नंबर 9 में उस समय अफरातफरी मच गई, जब दो अलग-अलग मरीजों के परिजनों के बीच मामूली बात पर विवाद भड़क गया। चर्चा है कि यह झगड़ा एक कुर्सी के उपयोग को लेकर शुरू हुआ, लेकिन धीरे-धीरे बात गाली-गलौज और हाथापाई तक पहुंच गई। अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रित किया, वहीं घायल युवक ने घटना की शिकायत गोपालगंज थाने में दर्ज कराई।

विवाद कैसे शुरू हुआ

पुलिस को दी गई शिकायत में फरियादी अनिल अहिरवार ने बताया कि उनकी पत्नी पूनम अहिरवार का कुछ समय पहले सड़क दुर्घटना में गंभीर चोट लगी थी, जिसमें सिर पर भी चोट आई। उनका इलाज बीएमसी के वार्ड नंबर 9 में चल रहा है, जहां पूनम पंलग नंबर 24 पर भर्ती हैं। उसी वार्ड में पंलग नंबर 26 पर कमला नाम की महिला के बेटे अजय कोरी और कृष्णा कोरी भी रोगी के तौर पर मौजूद थे।
अनिल के अनुसार, गुरुवार शाम अजय कोरी ने उनके पंलग के पास रखी एक कुर्सी उठा ली। जब उन्होंने कहा कि यह कुर्सी उनके उपयोग के लिए है और वे इसे लगातार इस्तेमाल करते हैं, तो अजय ने उल्टे उन्हें अपशब्द कहने शुरू कर दिए। गाली-गलौज का विरोध करने पर अजय और उनके भाई कृष्णा ने मिलकर लात-घूंसों से हमला कर दिया, जिससे अनिल के गर्दन और माथे पर चोटें आईं।

मौके पर बचाव और पुलिस कार्रवाई

वार्ड में मौजूद अन्य लोग और सुरक्षाकर्मी तुरंत बीच में आए और दोनों पक्षों को अलग कर दिया। इसके बाद घायल अनिल अहिरवार सीधे गोपालगंज थाने पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले में मारपीट और अन्य संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, घटना के समय अस्पताल में नियुक्त सुरक्षा गार्ड ने झगड़ा शांत कराने की कोशिश की थी, लेकिन विवाद तीव्र होने के बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। अब पुलिस दोनों पक्षों से बयान ले रही है और घटना से जुड़े तथ्यों की पड़ताल कर रही है।

अस्पताल में सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों के परिजनों के बीच इस तरह के विवाद इलाज में बाधा डालते हैं और माहौल बिगाड़ते हैं। बीएमसी प्रशासन ने बताया कि वार्डों में तैनात सुरक्षाकर्मी ऐसे मामलों को रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन कभी-कभी छोटे विवाद अचानक गंभीर रूप ले लेते हैं।

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हमारे बारे में योगेश दत्त तिवारी पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं और मीडिया की दुनिया में एक विश्वसनीय और सशक्त आवाज के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने समर्पण, निष्पक्षता और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता के चलते उन्होंने पत्रकारिता में एक मजबूत स्थान बनाया है। पिछले 15 वर्षों से वे प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र 'देशबंधु' में संपादक के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में रहते हुए उन्होंने समाज के ज्वलंत मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है और पत्रकारिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। उनकी लेखनी न सिर्फ तथ्यपरक होती है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। योगेश दत्त तिवारी का उद्देश्य सच्ची, निष्पक्ष और जनहितकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना है। उन्होंने हमेशा युवाओं को जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया है और पत्रकारिता को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना है। उनकी संपादकीय दृष्टि, विश्लेषणात्मक क्षमता और निर्भीक पत्रकारिता समाज के लिए प्रेरणास्रोत रही है।
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