( सागर ) वायरल ऑडियो विवाद: अनुसूचित जाति-जनजाति समाज का प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग…
सागर। मालथौन क्षेत्र में सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक कथित ऑडियो क्लिप ने बवाल खड़ा कर दिया है। इसमें मालथौन निवासी गोविंद सिंह राजपूत पर अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के लोगों के प्रति जातिसूचक और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है। इसी को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में समाज के लोग सागर कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया कि गोविंद सिंह ने न केवल गालियां दीं, बल्कि धमकाने और समाज में वैमनस्य फैलाने की भी कोशिश की। समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि 10 अगस्त को यह ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें कही गई कई बातें इतनी आपत्तिजनक हैं कि उन्हें सार्वजनिक रूप से दोहराना तक मुश्किल है। लोगों ने इसे अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध बताया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
धरना, नारेबाजी और पुलिस पर सवाल
विवादित ऑडियो से आक्रोशित समाज के लोगों ने खुरई, बांदरी और मालथौन में विरोध प्रदर्शन किया। खुरई में कई लोग अर्धनग्न होकर धरने पर बैठे और गोविंद सिंह के खिलाफ नारे लगाए। बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे, लेकिन देर शाम तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। पुलिस केवल आवेदन लेने की बात कहती रही।
बांदरी में भी यही स्थिति रही समाज के लोग थाने में डटे रहे, एफआईआर की मांग करते रहे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। मालथौन थाने में भी समाज के कई लोग आक्रोश के साथ पहुंचे, मगर यहां भी पुलिस ने कार्रवाई करने से परहेज किया।
समाज का आरोप
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि गोविंद सिंह पहले से ही आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और वह समाज के प्रति घृणा फैलाने का काम करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
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