सागर जिले के मालथौन थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। यहां पारिवारिक विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि एक युवक ने अपने ही चचेरे भाई की बेरहमी से गर्दन काटकर हत्या कर दी। यह घटना मंगलवार की रात नोनिया चौकी के अंतर्गत आने वाले नीमखेड़ा गांव में हुई, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी।
भाभी को भगाने से भड़का था आरोपी
जानकारी के अनुसार, मृतक का नाम शुभम दांगी (28) है। बताया गया कि कुछ महीने पहले अगस्त में शुभम ने अपने चचेरे बड़े भाई की पत्नी, यानी अपनी भाभी को भगाकर ले गया था। इस घटना के बाद से ही दोनों परिवारों के बीच गंभीर विवाद चल रहा था। शुभम बीच-बीच में घर आता-जाता था, लेकिन रिश्तों में पैदा हुई कड़वाहट खत्म नहीं हुई। मंगलवार की रात जब शुभम अकेला था, तभी इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया।
सुरेंद्र ने पीछे से किया हमला
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि आरोपी सुरेंद्र सिंह दांगी ने मौका पाकर शुभम पर पीछे से हमला बोल दिया। पहले उस पर गोली चलाने की कोशिश की गई और उसके बाद आरोपी ने बका से उसकी गर्दन पर वार कर दिया। वार इतना गहरा था कि शुभम की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के दौरान मृतक का भाई रणवीर सिंह भी मौजूद था, जो इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत मालथौन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
पुलिस बल ने संभाला मोर्चा, गांव में दहशत
घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। खुरई एसडीओपी सचिन परते, मालथौन थाना प्रभारी अशोक यादव और बरोदिया कलां चौकी प्रभारी धनेंद्र यादव ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने घटनास्थल को घेराबंदी कर साक्ष्य जुटाने का काम शुरू किया। साथ ही, आरोपी सुरेंद्र सिंह फिलहाल फरार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
एफएसएल टीम करेगी विस्तृत जांच
बुधवार सुबह सागर से एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और फिंगरप्रिंट टीम मौके पर पहुंचकर वैज्ञानिक जांच करेगी ताकि हमले में प्रयोग किए गए हथियार और अन्य सबूतों की पुष्टि हो सके। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही गोली चलने और हमले के क्रम से जुड़े तथ्य स्पष्ट हो पाएंगे।
शक और बदले की भावना से जुड़ा मामला
इस जघन्य हत्याकांड को लेकर खुरई एसडीओपी सचिन परते ने बताया कि आरोपी को गहरा शक था कि उसकी पत्नी को मृतक शुभम भगा ले गया है। पत्नी मायके में भी नहीं है, जिसके चलते सुरेंद्र को यह विश्वास हो गया कि उसकी पत्नी शुभम के पास ही है। इसी शक और बदले की भावना ने उसे इस वारदात को अंजाम देने के लिए उकसाया।गांव में फिलहाल भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और गांव के लोग इस वारदात से दहशत में हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर पूरा मामला साफ कर दिया जाएगा।








