सागर। मां… एक ऐसा शब्द जो दुनिया की सबसे निश्छल, निस्वार्थ और पवित्र ममता का प्रतीक है। लेकिन जब यही ममता बेटे के हाथों रौंदी जाए, तो समाज का दिल दहल उठता है। सागर जिले के विनायका थाना क्षेत्र में एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, जहां एक बेटे ने अपनी ही मां को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। इस नृशंस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटनाक्रम की शुरुआत जब बेटा बना हैवान
घटना 20 जुलाई 2025 को सामने आई, जब ग्राम रोडा निवासी सीताराम लोधी ने विनायका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 19 जुलाई को वे अपनी छोटी बेटी को लेने छतरपुर गए थे और जब 20 जुलाई को घर लौटे, तो उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
घर का दरवाज़ा खुला था, अंदर जाकर देखा तो पत्नी निर्वस्त्र अवस्था में खून से लथपथ मृत पड़ी थी। कमरे में खून फैला था और उनके बेटे संतोष लोधी का डैग टूटा पड़ा था।
महिला के सिर पर कुल्हाड़ी और पत्थर से वार किए गए थे। दृश्य इतना वीभत्स था कि गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने तुरंत मर्ग कायम कर धारा 103 भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस की सतर्कता और सटीक कार्रवाई
घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच करने के साथ-साथ परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ में संदेह मृतका के बेटे संतोष उर्फ लल्लू लोधी पर गया।
हत्या के बाद से ही वह फरार था और उसकी साइकिल घटनास्थल से 2.5 किलोमीटर दूर लावारिस हालत में मिली।
टीम गठित कर संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। मुखबिर की सूचना पर बांदरी-मालथोना हाईवे के पास एक ढाबे से आरोपी को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने मां की हत्या करना स्वीकार कर लिया। आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत कर उपजेल बंडा भेज दिया गया है।
विवेचना जारी, हर एंगल से होगी जांच
पुलिस मामले की जांच वैज्ञानिक ढंग से कर रही है, ताकि अदालत में मजबूत चार्जशीट पेश की जा सके। अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि हत्या के पीछे मानसिक असंतुलन, आपसी विवाद या नशे जैसी कोई अन्य वजह तो नहीं थी।
एक समाजिक संदेश रिश्तों को फिर से समझिए
यह घटना केवल एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। जब अपनों के बीच संवाद खत्म होता है, भावनाएं दम तोड़ती हैं और नफरत पनपती है तब ऐसे अपराध जन्म लेते हैं।
“मां-बाप से रिश्ता कभी बोझ नहीं होता, उन्हें समझने की कोशिश करें, उनसे संवाद करें यही भावी पीढ़ी का असली उत्तरदायित्व है।”








