दिल्ली के साउथ डिस्ट्रिक्ट के आंबेडकर नगर इलाके से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। यहां 28 वर्षीय युवक दिनेश कुमार पर उसकी पत्नी ने नींद में सोते समय खौलता हुआ तेल डाल दिया, और उस पर लाल मिर्च पाउडर छिड़क दिया। इस हमले में दिनेश बुरी तरह झुलस गया है और उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम ने उसे फिलहाल सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया है, जहां उसका इलाज जारी है।
खौलते तेल से झुलसा पति, लाल मिर्च से बढ़ाई पीड़ा
पुलिस के मुताबिक, घटना 2 अक्टूबर की रात करीब 3:15 बजे की है। दिनेश कुमार अपनी पत्नी और छोटी बेटी के साथ मदनगीर क्षेत्र में किराए के मकान में रहता है। वह एक फार्मा कंपनी में कर्मचारी हैं और रोज की तरह ड्यूटी से लौटने के बाद खाना खाकर सो गए थे।
रात के सन्नाटे में अचानक दिनेश की नींद उस समय टूटी जब उनके शरीर पर जलन फैल गई। उन्होंने देखा कि उनकी पत्नी ने उन पर खौलता तेल डाल दिया है। दर्द से कराहते दिनेश कुछ समझ पाते इससे पहले ही पत्नी ने उनके जले हुए शरीर पर लाल मिर्च पाउडर छिड़क दिया, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई।
मदद को दौड़े मकान मालिक और रिश्तेदार
दिनेश की चीख-पुकार सुनकर मकान मालिक तुरंत मौके पर पहुंचे। अंदर का दृश्य देखकर वे सन्न रह गए और तुरंत दिनेश के जीजा रामसागर को खबर दी, जो पास में ही रहते हैं।
रामसागर ने बिना देरी किए दिनेश को मदन मोहन मालवीय अस्पताल पहुंचाया। लेकिन जलने की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया।
पुलिस जांच में जुटी, पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज
दिनेश के बयान के आधार पर पुलिस ने उनकी पत्नी साधना के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मामला घरेलू हिंसा की गंभीर श्रेणी में आता है और सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। जिसमें घटना की वजह, पारिवारिक विवाद और पुराने मामलों की भी छानबीन शामिल है।
दिनेश ने पुलिस को बताया कि उनकी शादी साधना से आठ साल पहले हुई थी। दोनों की एक छोटी बेटी है। दो साल पहले भी पत्नी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया था।
अब जानकारी मिली है कि साधना ने हाल ही में सीएडब्ल्यू सेल में भी एक शिकायत दी थी, जिसकी जांच अभी चल रही थी।
घरेलू हिंसा का बढ़ता खतरा
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि घरेलू कलह किस हद तक भयावह रूप ले सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समय रहते मध्यस्थता और परामर्श की जरूरत होती है, ताकि झगड़े हिंसा में न बदलें।
फिलहाल, पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, जबकि दिनेश कुमार की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
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