नरयावली थाना क्षेत्र की जरूआखेड़ा चौकी के खेराई गांव की घटना, पीड़ित ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की लगाई गुहार
सागर। शनिवार को मौसम के अचानक बदले मिजाज ने नरयावली थाना क्षेत्र के जरूआखेड़ा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम खेराई निवासी दामोदर अहिरवार के जीवन में बड़ी परेशानी खड़ी कर दी। दोपहर करीब 1:30 बजे आकाशीय बिजली गिरने से उनकी 14 बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। यह बकरियां ही दामोदर के परिवार की आजीविका का मुख्य सहारा थीं। इस घटना के बाद से दामोदर और उनका परिवार गहरे सदमे में हैं।
ऐसे हुआ हादसा
शनिवार दोपहर दामोदर अहिरवार अपनी करीब 25 बकरा-बकरियों को गांव के समीप ही एक खेत में चरा रहे थे। अचानक मौसम ने करवट ली। आसमान में घने काले बादल छा गए और तेज गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। बकरियां खेत में बबूल के पेड़ के पास चर रही थीं। इसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली बबूल के पेड़ पर गिर पड़ी। बकरियां पेड़ के आसपास खड़ी थीं और बिजली की चपेट में आ गईं। इस हादसे में 14 बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीण पहुंचे मौके पर
बिजली गिरने की आवाज सुनते ही गांव के लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही जरूआखेड़ा पुलिस चौकी की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी ली।
जीवन-यापन का सहारा छिन गया
दामोदर अहिरवार ने बताया कि बकरियां ही उनके परिवार की आय का एकमात्र जरिया थीं। बकरियां बेचकर ही वे अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। अब बकरियों की मौत से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रशासन से आर्थिक सहायता देने की गुहार लगाई है ताकि वे अपने जीवन को दोबारा संभाल सकें।
प्रशासन से मदद की मांग
ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित दामोदर अहिरवार को आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। दामोदर का कहना है कि यदि प्रशासन से मदद नहीं मिली तो उनके लिए परिवार का गुजर-बसर करना मुश्किल हो जाएगा।
पुलिस का कहना
पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। नुकसान का पंचनामा बनाकर संबंधित विभाग को भेजा जाएगा, ताकि पीड़ित को उचित मुआवजा मिल सके।
आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं मानसून के दौरान अक्सर सामने आती हैं, लेकिन यह घटना दामोदर अहिरवार जैसे छोटे किसान के लिए बहुत बड़ी त्रासदी बन गई है। यह घटना यह भी याद दिलाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे हादसों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना और समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के उपाय बताना बेहद जरूरी है।