22 साल बाद अमेरिका की युद्ध में सीधी एंट्री, ईरान में मची तबाही | Iran Nuclear Attack News
22 साल बाद अमेरिका ने दो देशों के युद्ध में सीधी एंट्री ली है। बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर भीषण हमला कर भारी तबाही मचा दी। इस कार्रवाई के बाद दुनियाभर में हलचल तेज हो गई है।
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नई दिल्ली | USA Iran War Latest Update 2025 अमेरिका और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर खुलकर सामने आ गया है। शनिवार को अमेरिका ने ईरान के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की, जिसमें बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिकी सेना ने 22 साल बाद किसी दूसरे देश के खिलाफ सीधा सैन्य हमला किया है। इससे पहले 2003 में अमेरिका ने इराक युद्ध में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
अमेरिका ( USA ) का सुनियोजित हमला
अमेरिका ने इस ऑपरेशन की शुरुआत 21 जून 2025 को सुबह 9:53 बजे की, जब एयरक्राफ्ट स्पॉट्स ने बताया कि बी-2 बॉम्बर्स ने मिसौरी स्थित व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी है। इसके बाद 11:11 बजे जानकारी मिली कि ये बॉम्बर्स गुआम एयरबेस की ओर बढ़ रहे हैं। शाम 5:22 बजे फॉक्स न्यूज ने रिपोर्ट किया कि छह बी-2 बॉम्बर्स गुआम की तरफ जाते देखे गए।
रात 10:05 बजे तक वॉल स्ट्रीट जनरल ने पेंटागन के हवाले से कहा कि किसी तरह की कार्रवाई के आदेश फिलहाल नहीं दिए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद अमेरिकी बॉम्बर्स हमले के लिए पूरी तरह से तैयार थे।
हमले की शुरुआत ( start of the attack )
22 जून 2025 की सुबह 4:30 बजे ईरानी मीडिया ने खुलासा किया कि अमेरिकी बॉम्बर्स ने फोर्डो परमाणु ठिकाने पर हमला कर दिया है। इसके कुछ देर बाद सुबह 5:20 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद बताया कि अमेरिका ने फोर्डो के साथ-साथ इस्फहान और नतांज के परमाणु केंद्रों पर भी हमला किया है।
सुबह 5:34 बजे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि फोर्डो को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया है। इसके बाद सुबह 7:25 बजे राष्ट्रपति ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए ईरान को चेतावनी दी कि अगर ईरान ने युद्धविराम के लिए सहमति नहीं दी, तो और भी बड़े हमले किए जा सकते हैं।
अमेरिका ने आधिकारिक पुष्टि की
अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने ईरान पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम बुरी तरह तबाह कर दिया गया है। इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे जनरल डैन केन ने भी जानकारी दी कि यह हमला बेहद सटीक तरीके से अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि इस हमले की किसी को भी पहले से जानकारी नहीं थी और अचानक तीनों ठिकानों पर भीषण तबाही मचाई गई।
जनरल डैन केन के मुताबिक, अमेरिका अब ईरान के अन्य परमाणु ठिकानों की भी तलाश कर रहा है।
हमले की रणनीति ( Attack strategy )
जनरल डैन ने बताया कि अमेरिका के सात बी-2 बॉम्बर्स ने 18 घंटे तक बिना रुके उड़ान भरी और रविवार सुबह 5 बजे ईरान के नजदीक मौजूद अमेरिकी पनडुब्बी ने इस्फहान में टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागीं। हमले के बाद सभी विमान सुरक्षित लौट आए।
किस हथियार का हुआ इस्तेमाल ?
इस सैन्य कार्रवाई में अमेरिका ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। हमले में 7 बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स, 125 अमेरिकी सैनिक 57 बंकर बस्टर बम, 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें और फारस की खाड़ी व अरब सागर में तैनात पनडुब्बियों का उपयोग किया गया।
इस हमले ने दुनिया को एक बार फिर यह दिखा दिया कि अमेरिका अपने हितों की रक्षा के लिए कहीं भी सीधा और बड़ा कदम उठा सकता है। ईरान पर हुए इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं।