नीले ड्रम में मिली पति की लाश : राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक नीले ड्रम में युवक का शव बरामद हुआ। यह भयावह घटना मेरठ के साहिल हत्याकांड की याद दिला गई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया था। पुलिस जांच में जैसे-जैसे परतें खुलीं, मामला और चौंकाने वाला होता गया — मृतक की पत्नी और मकान मालिक का बेटा, दोनों घटना के बाद रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। हालांकि अब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
डेढ़ महीने पहले लिया था किराए का कमरा
पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान हंसराज उर्फ सूरज के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के नवादिया नावजपुर गांव का रहने वाला था। वह अपने परिवार के साथ रोजी-रोटी की तलाश में राजस्थान आया था और यहां किशनगढ़ बास की आदर्श कॉलोनी में किराए से रह रहा था। करीब डेढ़ महीने पहले उसने यह कमरा किराए पर लिया था और अपनी पत्नी लक्ष्मी उर्फ सुनीता व तीन बच्चों के साथ एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करता था।
पत्नी का मकान मालिक के बेटे से संबंध
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हंसराज की पत्नी लक्ष्मी का मकान मालिक के बेटे जितेंद्र के साथ प्रेम संबंध था। बताया जा रहा है कि लक्ष्मी सोशल मीडिया पर रील वीडियो बनाती थी, जिसके चलते दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं।
डिप्टी एसपी ने जानकारी दी कि घटना के समय घर में मकान मालिक राजेश की पत्नी मिथिलेश और उनका 14 वर्षीय पोता मौजूद थे।
जन्माष्टमी के दिन गायब हुए दोनों
मिथिलेश ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे जितेंद्र की पत्नी की 12 साल पहले मौत हो चुकी थी। जन्माष्टमी के दिन वह बाजार गई थी, और जब लौटी तो घर में हंसराज का परिवार और जितेंद्र दोनों मौजूद नहीं थे।
अगले ही दिन घर से तेज बदबू आने लगी, जिसके बाद मिथिलेश ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो छत पर रखे एक नीले ड्रम से सड़ी-गली लाश बरामद हुई।
ड्रम में नमक डालकर लाश गलाने की कोशिश
मौके की जांच में पुलिस ने पाया कि ड्रम के ऊपर एक बड़ा पत्थर रखा हुआ था। ड्रम के अंदर नमक डाला गया था ताकि शव को गलाया जा सके और सबूत मिटाए जा सकें।
प्रारंभिक जांच से स्पष्ट हुआ कि हंसराज की गला रेतकर हत्या की गई, फिर शव को ड्रम में बंद कर छत पर रख दिया गया।
पत्नी और जितेंद्र से चल रही पूछताछ, बच्चे सुरक्षित
हत्या के बाद लक्ष्मी और जितेंद्र फरार हो गए थे। पुलिस ने दोनों को रामगढ़ के अलावड़ा गांव से पकड़ा, जहां वे ईंट भट्टे पर मजदूरी करने पहुंचे थे।
फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है ताकि हत्या के पीछे का असली कारण और पूरी साजिश सामने लाई जा सके।
वहीं, मृतक हंसराज के तीनों बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है।
मामले ने खड़ा किया कई सवाल
यह सनसनीखेज हत्या न केवल खैरथल-तिजारा इलाके, बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। जिस तरह से हत्या के बाद शव को छिपाने की कोशिश की गई, वह अपराधियों की सोच-समझी योजना की ओर इशारा करती है।
पुलिस अब मोबाइल कॉल डिटेल, सोशल मीडिया चैट और सीसीटीवी फुटेज के जरिए इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।