मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने लंबे इंतजार के बाद जुलाई महीने को कई भर्ती प्रक्रियाओं के लिए अहम माना है। करीब छह महीने की तैयारी और इंतजार के बाद आयोग अब राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 में सफल हुए अभ्यर्थियों के इंटरव्यू कराने जा रहा है। इसके लिए सात जुलाई से इंटरव्यू शुरू होंगे और चयनित उम्मीदवारों को इसकी सूचना पहले ही भेजी जा चुकी है।
इस बार आयोग ने इंटरव्यू की प्रक्रिया में एक नई व्यवस्था लागू की है। अब तक साक्षात्कार से पहले भरे जाने वाले फार्म में अभ्यर्थियों से उपनाम, जाति, मोबाइल नंबर और ई-मेल पूछा जाता था, लेकिन इस बार इन जानकारियों को गोपनीय रखने का निर्णय लिया गया है। उम्मीदवारों को केवल विभागों की प्राथमिकता देनी होगी। राज्य सेवा परीक्षा 2023 के जरिए आठ अलग-अलग विभागों में कुल 229 पद भरे जाने हैं। इंटरव्यू में करीब 800 अभ्यर्थी भाग लेंगे।
अगर प्रक्रिया की टाइमलाइन देखें तो अक्टूबर 2023 में इस परीक्षा की अधिसूचना जारी हुई थी, जनवरी 2024 में प्रारंभिक परीक्षा आयोजित हुई और मार्च में मुख्य परीक्षा हुई। करीब नौ महीने बाद यानी 30 दिसंबर 2024 को मुख्य परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया गया था। इसमें 800 उम्मीदवार सफल हुए, जिनमें से 659 अभ्यर्थी मुख्य सूची में और 141 प्रतीक्षा सूची में रखे गए हैं।
इन पदों में 27 डिप्टी कलेक्टर, 22 डीएसपी, 17 जनपद पंचायत के सीईओ, 16 विकासखंड अधिकारी, 122 सहकारी निरीक्षक, 17 मुख्य नगर पालिका अधिकारी और तीन-तीन पद नायब तहसीलदार और आबकारी उप निरीक्षक के हैं। आयोग ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं और सात जुलाई से हर दिन करीब 60 से 65 उम्मीदवारों का साक्षात्कार होगा। 21 दिन के भीतर पूरी प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भर्ती भी तय
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लंबे समय से खाली पदों पर डॉक्टरों की भर्ती भी इसी महीने पूरी की जाएगी। आयोग ने जुलाई में सर्जरी, एनेस्थीसिया और शिशु रोग विशेषज्ञ के खाली पदों के लिए इंटरव्यू शेड्यूल कर दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन पदों की भर्ती पूरी कर परिणाम 25 दिन के भीतर जारी कर दिए जाएंगे।
सर्जरी विशेषज्ञ पदों के लिए दो जुलाई को इंटरव्यू होंगे। इसके लिए पिछले साल सितंबर में उम्मीदवारों ने आवेदन और जरूरी दस्तावेज जमा किए थे। 267 पदों के लिए 600 अभ्यर्थी इंटरव्यू देंगे। इसमें 64 पद अनारक्षित, 49 अनुसूचित जाति, 65 अनुसूचित जनजाति, 55 अन्य पिछड़ा वर्ग और 34 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इसके बाद तीन जुलाई से शिशु रोग विशेषज्ञ पदों के लिए इंटरव्यू होंगे। 159 पदों के लिए 400 उम्मीदवार बुलाए गए हैं, जिनमें 42 अनारक्षित, 20 अनुसूचित जाति, 40 अनुसूचित जनजाति, 34 ओबीसी और 23 ईडब्ल्यूएस के पद शामिल हैं।
चार जुलाई से एनेस्थीसिया विशेषज्ञ पदों के लिए साक्षात्कार शुरू होंगे। इस श्रेणी में 175 पद हैं, जिनमें 45 अनारक्षित, 31 एससी, 40 एसटी, 37 ओबीसी और 22 ईडब्ल्यूएस पद शामिल हैं। इसके लिए 350 उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। इस तरह जुलाई का महीना आयोग के लिए परीक्षा और चयन की कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को पूरा करने वाला साबित होने जा रहा है।