रायसेन : मध्य प्रदेश से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने लोगों को दहला दिया। जिले के मशहूर खंडेरा वाली माता मंदिर परिसर में लगे मेले के दौरान एक विशाल झूला अचानक तकनीकी खराबी का शिकार हो गया और एक ओर झुक गया। इस हादसे के चलते झूले में बैठे लोग हवा में लटक गए और दहशत के बीच बचाव की पुकार करने लगे।
अचानक झुक गया विशाल झूला
जानकारी के अनुसार, यह हादसा शनिवार दोपहर करीब तीन बजे हुआ। मंदिर परिसर में चल रहे मेले में कई श्रद्धालु और स्थानीय लोग शामिल थे। मेले के मनोरंजन झूलों में सबसे बड़ा झूला अचानक असंतुलित हो गया और एक ओर झुक गया। उस समय झूले पर बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और युवक सवार थे। झूला झुकते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गई और वहां चीख-पुकार गूंजने लगी।
पुलिस और स्थानीय लोग बने देवदूत
घटना की सूचना मिलते ही नकतरा चौकी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिसकर्मियों के साथ स्थानीय लोग भी तुरंत झूले पर चढ़ गए और एक-एक करके सवारियों को सुरक्षित नीचे उतारा। पूरे रेस्क्यू अभियान के दौरान मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली क्योंकि कोई भी घायल नहीं हुआ। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को चोट तक नहीं आई।
थानेदार ने बताई हादसे की वजह
देवनगर थाना प्रभारी हरिओम अस्ताया ने बताया कि यह झूला पैरों से चलने वाला था और इसमें लगे एक कुंदे के टूटने से संतुलन बिगड़ गया। इसी वजह से झूला अचानक एक ओर झुक गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि झूले में बैठे सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी को खरोंच तक नहीं आई।
मेला प्रबंधन और प्रशासन पर उठे सवाल
खंडेरा वाली माता मंदिर में हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं और इसी अवसर पर मेला भी आयोजित होता है। इस मेले में महिलाएं और बच्चे खासतौर पर झूला झूलने का आनंद लेते हैं। लेकिन इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और मेले की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि मेले में लगाए गए झूलों और झूले की सुरक्षा व्यवस्था की कोई जांच नहीं की गई थी।
बड़ी दुर्घटना टलने के बाद बढ़ी चिंता
हालांकि सभी सवारियों के सुरक्षित निकाल लिए जाने से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्थाओं में भारी लापरवाही बरती गई थी। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते पुलिस और स्थानीय लोग मदद के लिए आगे नहीं आते, तो यह हादसा जानलेवा साबित हो सकता था।यह घटना प्रशासन के लिए चेतावनी मानी जा रही है कि धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में लगने वाले ऐसे झूलों और खेल-तमाशों की नियमित जांच और सुरक्षा इंतजाम को प्राथमिकता दी जाए, ताकि श्रद्धालुओं की जान पर कोई संकट न आए।
मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।