देश में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा: एक्टिव केस 14 गुना बढ़े, 2 दिन में 21 लोगों की मौत, सावधानी जरूरी
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 3783 हो गई है। केवल 9 दिनों में संक्रमण के मामलों में 14 गुना वृद्धि देखी गई है। 22 मई को देश में 257 सक्रिय मामले थे, जो अब बढ़कर लगभग 3800 के करीब पहुंच चुके हैं।
केरल और महाराष्ट्र में हालात चिंताजनक
कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा वृद्धि केरल में देखी गई है, जहां 1400 से अधिक एक्टिव केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का स्थान है, जहां संक्रमण की रफ्तार तेज है। बीते दो दिनों में कुल 21 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र और केरल में 7-7 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
बेंगलुरु में वैक्सीन ले चुके व्यक्ति की मौत
31 मई को बेंगलुरु में 63 वर्षीय एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। चिंता की बात यह है कि वह व्यक्ति कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज और बूस्टर डोज ले चुका था। इसके बावजूद वायरस ने जान ले ली। इससे यह स्पष्ट होता है कि वायरस का नया स्वरूप अधिक संक्रामक हो सकता है और बुजुर्ग या पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
पहले की लहरों से सबक जरूरी
भारत पहले ही कोरोना की तीन बड़ी लहरों का सामना कर चुका है। पहली लहर (2020) में देशभर में लॉकडाउन लगाना पड़ा, जिससे आर्थिक और सामाजिक जीवन ठहर गया। दूसरी लहर (2021) में डेल्टा वेरिएंट के कारण देश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं और लाखों लोगों की जान गई। तीसरी लहर (2022 की शुरुआत) में ओमिक्रॉन वेरिएंट ने तेजी से संक्रमण फैलाया, हालांकि इसकी गंभीरता पहले से कम थी।
इन अनुभवों से यह स्पष्ट है कि सावधानी ही बचाव है। टीकाकरण जरूर सुरक्षा देता है, लेकिन मास्क, दूरी और साफ-सफाई जैसे बुनियादी नियमों का पालन करना अभी भी जरूरी है।
देश में कोरोना संक्रमण की वापसी के संकेत मिल रहे हैं। स्थिति अभी नियंत्रण में है लेकिन लापरवाही से बड़ी लहर दोबारा लौट सकती है। सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का यही कहना है कि सावधानी और सजगता ही संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ सकती है।