शनि ग्रह का महत्व और प्रभाव
भारतीय ज्योतिष और धर्मशास्त्रों में शनि ग्रह को न्याय का देवता माना गया है। शनि देव मनुष्य के कर्मों का फल देते हैं। यदि किसी की कुंडली में शनि शुभ स्थान पर है तो वह व्यक्ति उन्नति, सफलता और दीर्घायु प्राप्त करता है। लेकिन अगर शनि रुष्ट हो जाएं या कुंडली में शनि दोष (शनि साढ़ेसाती, ढैय्या, या अशुभ शनि) हो तो जीवन में परेशानियां, रुकावटें, बीमारी, आर्थिक संकट और मानसिक तनाव बढ़ जाते हैं।
इसलिए शनि देव को प्रसन्न करना अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए विशेष रूप से शनिवार के दिन नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। इस दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिनमें से एक है—क्या खाएं और क्या न खाएं।
अगर आप शनिवार के दिन कुछ विशेष चीजों का सेवन करते हैं, तो यह शनि दोष को बढ़ा सकता है और आपके जीवन में नकारात्मक असर डाल सकता है।
आइए विस्तार से जानते हैं शनिवार के दिन किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
शनिवार के दिन इन चीजों का सेवन न करें
1. मांस, मछली और शराब
शनिदेव को तामसिक और अपवित्र चीजें बिल्कुल पसंद नहीं हैं।
शनिवार के दिन मांसाहार और शराब का सेवन करना बहुत बड़ा दोष माना जाता है।
ऐसा करने से शनि देव अप्रसन्न होते हैं और जीवन में परेशानियों का दौर शुरू हो सकता है।
शास्त्रों में भी कहा गया है कि शनिवार को सात्विक भोजन करना चाहिए और संयम रखना चाहिए।
ध्यान दें: मांस, मछली, शराब, सिगरेट जैसे तामसिक पदार्थों से शनिदेव नाराज हो जाते हैं।
2. मसूर की दाल
मसूर की दाल का संबंध भी शनि ग्रह से जोड़ा जाता है।
माना जाता है कि शनिवार के दिन मसूर की दाल खाने से शनि का अशुभ प्रभाव बढ़ता है।
हालांकि मसूर की दाल का दान करना शुभ माना जाता है, लेकिन इसका सेवन वर्जित बताया गया है।
धार्मिक मान्यता: मसूर की दाल खाने से आलस्य, क्रोध और मानसिक अवसाद बढ़ सकता है।
3. तिल के तेल में तली हुई चीजें
तिल और तिल का तेल शनिदेव को अत्यंत प्रिय होते हैं, लेकिन शनिवार के दिन तिल के तेल में तली चीजों का अधिक सेवन करना वर्जित है।
यह शारीरिक और मानसिक सुस्ती लाता है।
इस दिन तिल का उपयोग पूजा में करना चाहिए, लेकिन तली हुई चीजों से बचना चाहिए।
4. सरसों का तेल अधिक मात्रा में न खाएं
शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाना शुभ होता है, लेकिन शनिवार के दिन सरसों का तेल खाने में अधिक मात्रा में लेना शनि दोष को बढ़ा सकता है।
इस दिन सरसों का तेल पूजा में जरूर चढ़ाएं लेकिन खाने में इसका सीमित उपयोग करें।
5. नशा करने वाली चीजें
शनिवार के दिन किसी भी प्रकार का नशा करना (शराब, सिगरेट, गुटखा आदि) शनि दोष को बढ़ाने वाला कार्य है।
ऐसे कर्म करने से शनिदेव अत्यंत क्रोधित होते हैं और व्यक्ति को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
परिणाम: नशा करने से दुर्घटना, बीमारी, आर्थिक संकट और पारिवारिक क्लेश बढ़ सकते हैं।
शनिवार को क्या करना चाहिए? (शुभ कार्य)
अगर आप शनिदेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो शनिवार को निम्न कार्य जरूर करें:
▪️काले तिल, काले कपड़े, काले चने, लोहे का दान करें।
▪️ हनुमान जी और शनिदेव की पूजा करें।
▪️ शनि मंदिर जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
▪️गरीबों, असहायों, भिक्षुओं और विकलांगों को भोजन कराएं।
▪️ शनि चालीसा, हनुमान चालीसा, शनि स्तोत्र और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
शनिवार को क्यों माना जाता है विशेष?
शनिवार का दिन शनि ग्रह का दिन होता है। इस दिन किए गए अच्छे और बुरे कर्म का तुरंत फल मिलने की मान्यता है। अगर इस दिन आप संयम रखते हैं, दान-पुण्य करते हैं, और धर्म का पालन करते हैं तो शनि दोष कम होने लगता है।
लेकिन अगर इस दिन आप गलत आदतें अपनाते हैं जैसे मांस, शराब, मसूर की दाल, नशा आदि का सेवन, तो शनि का प्रकोप बढ़ सकता है।
धार्मिक शास्त्रों और ज्योतिष के अनुसार, शनिवार के दिन भोजन, आहार और व्यवहार में विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
अगर आप चाहते हैं कि शनि दोष न बढ़े और जीवन में सफलता, सुख-शांति बनी रहे तो शनिवार के दिन मांस, शराब, मसूर की दाल, तले-भुने भोजन और नशा करने वाली चीजों से दूर रहें।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए संयम, सेवा और सच्ची भक्ति ही सबसे बड़ा उपाय है।