कहते हैं… दीवारें अगर बोल पातीं तो गढ़पहरा किला आज भी वो प्रेम कहानी जरूर सुनाता, जिसमें प्यार था, जुनून था, लेकिन अंत में बची सिर्फ वीरानी। एक राजा जिसने अपने दिल की बात छुपाई, एक नर्तकी जिसने जान की बाजी लगाई और एक श्राप जिसने सदियों तक किले को खामोश कर दिया। क्या आप जानना चाहते हैं उस अधूरी मोहब्बत की दास्तान, जिसने इतिहास को भी हैरान कर दिया आइए जानते है…











