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DHARM : आषाढ़ माह के मंगलवार का महत्व: क्यों होता है यह दिन इतना खास?

Dharm : हिंदू धर्म में ...

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Dharm : हिंदू धर्म में प्रत्येक माह, वार और तिथि का अपना विशेष महत्व होता है। इन्हीं में से एक है आषाढ़ माह के मंगलवार का दिन, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और फलदायक माना जाता है। इस दिन का महत्व केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्रत, परंपराएं और आस्था से गहराई से जुड़ा है। आइए जानते हैं आषाढ़ माह के मंगलवार का इतना महत्व क्यों माना जाता है।

आषाढ़ माह: वर्षा ऋतु की शुरुआत

आषाढ़ माह हिंदू पंचांग का चौथा महीना है, जो आमतौर पर जून-जुलाई के बीच आता है। यह महीना वर्षा ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है, जब धरती पर हरियाली छा जाती है और खेती के लिए अनुकूल समय शुरू हो जाता है। इसी माह में धार्मिक अनुष्ठान, व्रत और भगवान की विशेष आराधना का महत्व और भी बढ़ जाता है।

मंगलवार: शक्ति और साहस का प्रतीक

मंगलवार का संबंध मुख्य रूप से भगवान हनुमान, मंगल ग्रह और मां दुर्गा से माना जाता है। यह दिन साहस, ऊर्जा, स्वास्थ्य और संकल्प का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने और भगवान हनुमान जी की पूजा करने से हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।

आषाढ़ के मंगलवार का महत्व क्यों?

1. मां दुर्गा और शक्ति की विशेष कृपा

आषाढ़ माह के मंगलवार को मां दुर्गा और उनकी विभिन्न रूपों की विशेष आराधना की जाती है। ऐसा विश्वास है कि इस दिन व्रत रखने और मां दुर्गा की उपासना करने से स्त्रियों को विशेष रूप से सौभाग्य, पति की लंबी उम्र और संतान सुख की प्राप्ति होती है।

2. मंगल ग्रह की शांति के लिए उत्तम समय

जिन व्यक्तियों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उनके लिए आषाढ़ माह के मंगलवार को व्रत करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इससे वैवाहिक जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

3. हनुमान जी की विशेष कृपा

इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और डर, भय, शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है। आषाढ़ माह में हनुमान जी की पूजा से विशेष रूप से मानसिक शांति और आत्मबल की वृद्धि होती है।

4. कृषि और प्रकृति से जुड़ी मान्यताएं

आषाढ़ माह की वर्षा ऋतु में भगवान इंद्र की भी पूजा की जाती है ताकि अच्छी वर्षा हो और फसलें अच्छी हों। मंगलवार को इस माह में शक्ति पूजा के साथ प्रकृति से जुड़ा विशेष आध्यात्मिक संतुलन भी माना जाता है।

आषाढ़ मंगलवार व्रत की विधि

प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।

भगवान हनुमान जी और मां दुर्गा का विधि-विधान से पूजन करें।

लाल पुष्प, सिंदूर, चोला, और गुड़-चना का भोग अर्पित करें।

हनुमान चालीसा, मंगल स्तोत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

दिन भर व्रत रखें और संध्या के समय व्रत का समापन करें।

आषाढ़ मंगलवार व्रत के लाभ

वैवाहिक जीवन में सुख-शांति आती है।

शत्रु, भय और रोगों से मुक्ति मिलती है।

मंगल दोष शांति होती है।

मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास बढ़ता है।

जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

आषाढ़ माह का मंगलवार केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक, सामाजिक और पारिवारिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और व्यक्ति कष्टों से मुक्ति पाकर सुख-शांति की ओर अग्रसर होता है।

इसलिए यदि आप भी अपने जीवन में शांति, शक्ति और सफलता चाहते हैं, तो आषाढ़ माह के मंगलवार का व्रत अवश्य करें।

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मैं सूरज सेन पिछले 6 साल से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूं और मैने अलग अलग न्यूज चैनल,ओर न्यूज पोर्टल में काम किया है। खबरों को सही और सरल शब्दों में आपसे साझा करना मेरी विशेषता है।
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